गुरना माता मंदिर जानिए क्या रहस्य है मंदिर में गाड़ियों  के रुकने का

गुरना माता मंदिर पिथौरागढ़ टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरना गांव में स्थित है।

गुरना माता का मंदिर आस-पास के गांव के लोगों के लिए आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ वहां से सफर करने वाले लोगो के रक्षक के रूप में भी हैI

राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाला हर वाहन चाहे सरकारी वाहन हो या किसी वीआईपी का वाहन हो मंदिर के सामने रुकता हैI 

मां गुरना देवी को वैष्णो देवी का अंश कहा जाता है और भक्तो के अनुसार गुरना देवी मंदिर की मान्यता जम्मू में स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर के समान है 

जब मंदिर नहीं था तब साल में लगभग 30 से 40 गाड़ियां गुरना गांव के आसपास के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो जाती और खाई में गिर जाती थी

मंदिर के पुजारी को सपना आया कि मंदिर का निर्माण मार्ग के किनारे किया जाए जिससे की माता गुरना देवी सबकी रक्षा करें 

मंदिर के निर्माण होने के बाद देखा गया कि आसपास हो रही दुर्घटनाएं बंद हो गई और यदि कोई दुर्घटना होती भी थी तो माता की कृपा से ज्यादा नुकसान नहीं होता है

सच्चे मन से मांगी गई माता से मुरादे बहुत लोगों की पूरी हुई है मुराद पूरी होने के पश्चात भक्त गुरना माता के मंदिर में भंडारा करवाते हैं 

पिथौरागढ़ मुख्य शहर से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी टनकपुर राष्ट्र राजमार्ग मैं बड़े-बड़े पहाड़ों और पहाड़ों की खूबसूरत वादियों के बीच स्थित है माता गुरना देवी का मंदिर