गुरना माता मंदिर, गाड़ियों के रुकने का रहस्य

गुरना माता मंदिर पिथौरागढ़ टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरना गांव में स्थित है। माता का वास्तविक नाम पाषाण देवी है गुरना गांव के निकट स्थित होने के कारण इसे गुरना माता का मंदिर कहा जाता है गुरना माता मंदिर आस-पास के गांव के लोगों के लिए आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ वहां से सफर करने वाले लोगो के रक्षक के रूप में भी हैI

गुरना माता मंदिर की मान्यता:

गुरना माता मंदिर
गुरना माता मंदिर

 मंदिर के पास के मार्ग से गुजरने वाला हर व्यक्ति अपनी सफल यात्रा के लिए माता के दर्शन करके ही अपनी यात्रा करता है मंदिर के निकटतम राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाला हर वाहन चाहे सरकारी वाहन हो या किसी वीआईपी का वाहन हो मंदिर के सामने रुकता हैI

और माता के दर्शन करते ही अपनी यात्रा करता है मां गुरना देवी को वैष्णो देवी का अंश कहा जाता है और भक्तो के अनुसार गुरना देवी मंदिर की मान्यता जम्मू में स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर के समान है

वाहनों के रुकने का रहस्य:

गुरना माता मंदिर कई साल पुराना है लेकिन 1950 के दौरान जब पिथौरागढ़ को सड़क मार्ग से जोड़ा गया तो ऊंचे ऊंचे पहाड़ो और घुमावदार मोड़ों के साथ गहरी खाई होने के कारण उस मार्ग पर बहुत ज्यादा दुर्घटनाएं होने लगी साल में लगभग 30 से 40 गाड़ियां गुरना गांव के आसपास के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो जाती और खाई में गिर जाती थी

और कोई भी खाई में गिरने के बाद जिंदा नही बचता था एक दिन मंदिर के पुजारी को सपना आया कि मंदिर का निर्माण मार्ग के किनारे किया जाए जिससे की माता गुरना देवी सबकी रक्षा करें फिर पुजारी ने भक्तों की सहायता से मंदिर का निर्माण गुरना गांव के समीप राजमार्ग के किनारे किया और मंदिर के निर्माण होने के बाद देखा गया कि आसपास हो रही दुर्घटनाएं बंद हो गई

और यदि कोई दुर्घटना होती भी थी तो माता की कृपा से ज्यादा नुकसान नहीं होता है तभी से माता को वहां की रक्षक कहा जाने लगा और मां गुरना देवी की इन महिमा को देख वहां श्रद्धालुओं की भी संख्या बढ़ने लगी सच्चे मन से मांगी गई माता से मुरादे बहुत लोगों की पूरी हुई है मुराद पूरी होने के पश्चात भक्त गुरना माता के मंदिर में भंडारा करवाते हैं

गुरना माता मंदिर कैसे पहुंचे 

पिथौरागढ़ मुख्य शहर से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी टनकपुर राष्ट्र राजमार्ग मैं बड़े-बड़े पहाड़ों और पहाड़ों की खूबसूरत वादियों के बीच स्थित है माता गुरना देवी का मंदिर पिथौरागढ़ शहर उत्तराखंड के प्रसिद्ध शहरों में से एक है आप टैक्सी या बस से पिथौरागढ़ जा सकते हैं

दिल्ली,नैनीताल, टनकपुर, बद्रीनाथ से पिथौरागढ़ के लिए बस सेवा उपलब्ध है निकटतम रेलवे स्टेशन 150 किलोमीटर दूर टनकपुर में स्थित है और निकटतम हवाई अड्डा लगभग 250 किलोमीटर दूर पंतनगर में स्थित है जहां से आपको आसानी से टैक्सी मिल जाएगी

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