एक हथिया नौला चंपावत (Ek Hathiya Naula)

एक हथिया नौला

एक हथिया नौला केवल एक हाथ से बनाया गया एक ऐसा नौला है जिसे इस मिस्त्री द्वारा बनाया गया जिसने बालेश्वर महादेव मंदिर बनाया तत्पश्चात राजा द्वारा एक हाथ कटवा देने के बाद भी उसे मिस्त्री ने एक नौले का निर्माण किया जिसका नाम एक हथिया नौला पड़ा I एक हथिया नौले की कथा यह … Read more

श्री रीठा साहिब गुरुद्वारा (Reetha Sahib Gurudwara)

श्री रीठा साहिब

श्री रीठा साहिब गुरुद्वारा उत्तराखंड के चमोली डिस्टिक में स्थित एक ऐसा प्रसिद्ध गुरुद्वारा है जहां पर श्रद्धालु बहुत दूर-दूर से दर्शन करने आते हैंI श्री रीठा साहिब गुरुद्वारे की कथा गुरु नानक देव जी से जुड़ी हुई है जो इस प्रकार है I श्री रीठा साहिब गुरुद्वारे की कथा एक बार की बात है … Read more

बालेश्वर महादेव मंदिर (Baleshwar Temple Champawat)

बालेश्वर महादेव मंदिर

बालेश्वर महादेव मंदिर, राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों मैं से एक मंदिर हैं जिसकी देख रेख भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देहरादून मंडल द्वारा किया जाता हैं I यह मंदिर उत्तराखंड के चम्पावत जिले मैं स्थित हैं यह मंदिर कलाकृतियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है I बालेश्वर महादेव मंदिर की कथा मान्यता यह है महाभारत काल के दौरान असुर … Read more

आदि बद्री (Adi Badri)

आदि बद्री

आदि बद्री को हेलिसेरा के रूप में राजस्व रिकॉर्ड में भी जाना जाता है। यहां पर बहुत ही सुंदर परिवेश में स्थापित है और लोहबा से आदि बद्री तक का सड़क बहुत ही सुंदर इलाकों से गुजरती है। जो की मन को मोह लेती है तथा यह जगह देखने लायक है। आदि बद्री के ठीक … Read more

वृद्ध बद्री (Vridh Badri Temple)

वृद्ध बद्री मंदिर उत्तराखंड

उत्तराखंड के पांच बद्री में से एक है वृद्धि बद्री। जो की सुंदर वादियो में स्थित है। वृद्ध बद्री मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह समुद्र तल से 1380 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंदिर चमोली जिले के जोशीमठ से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जोशीमठ हेलंग के बीच … Read more

भविष्य बद्री (Bhavishya Badri Temple)

भविष्य बद्री

जोशीमठ के पास स्थित भविष्य बद्री है। जिसके लिए कहा जाता है कि भविष्य में इसी मंदिर को बद्रीनाथ मंदिर की तरह पूजा जाएगा। जब भविष्य में बद्रीनाथ मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। तब भगवान विष्णु का निवास स्थान भविष्य बद्री ही होगा। भविष्य बद्री का इतिहास वैसे तो देवभूमि उत्तराखंड में आपको देखने … Read more

हनुमान गढ़ी मंदिर (Hanuman Garhi Mandir)

हनुमान गढ़ी मंदिर नैनीताल

हनुमान गढ़ी मंदिर की दूरी नैनीताल शहर से 3.5 किलोमीटर की है। यह मंदिर बाबा नीम करौली के आदेश अनुसार 1950 में बना था। इसी पहाड़ी की दूसरी तरफ शीतला देवी मंदिर और लीला शाह बापू के आश्रम है। यहां पर टैक्सी ,बस उपलब्ध है। जिसकी सहायता से आप हनुमान गढ़ी मंदिर जा सकते हैं। … Read more

सती कुंड क्यों प्रसिद्ध है? (Sati Kund Kankhal)

सती कुंड

हरिद्वार से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कनखल काफी प्रसिद्ध और पुरानी जगह में से एक है। इस जगह का प्राचीन पौराणिक महत्व काफी महत्व रखता है। यह स्थान मां सती के नाम के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां पर सती कुंड है। यह जगह सतीकुंड के नाम से भी जानी जाती है। सती … Read more

पंच बद्री (Panch Badri Temples)

पंच बद्री कहां स्थित है

पंच बद्री का क्षेत्र केदार खंड के अंदर आता है पौराणिक हिंदू तथा गढ़वाल हिमालय का भूभाग केदार खंड के नाम से जाना जाता था। केदार खंड में सर्वत्र शिव जी का ही आधिपत्य माना गया है। कहते हैं कि जब से विष्णु भगवान का इस क्षेत्र से परार्पण हुआ। तब से इस केदार खंड … Read more

पंच प्रयाग (Panch Prayag of Uttarakhand)

पंच प्रयाग

गढ़वाल मंडल में स्थित बद्रीनाथ मार्ग पर पंच प्रयाग जिसमें विष्णु प्रयाग ,नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग और देवप्रयाग है। केदार खंड के अंदर गढ़वाल भूभाग में पंचबदरी तथा पंच केदार के बाद ही पंच प्रयाग आज भी धर्म एक श्रद्धालुओं के जनमानस के लिए काफी प्रसारित है। महाभारत में देवलोक तथा देवभूमि का क्षेत्र वह जगह … Read more