हल्द्वानी शहर अपने प्राचीन इतिहास पौराणिक महत्व और कुछ ऐतिहासिक मंदिरों के लिए जाना जाता है। आज हम बात कर रहे हैंI हल्द्वानी की रक्षा करने वाले कालाढूंगी चौराहे पर स्थित पौराणिक मंदिर कालू साईं बाबा मंदिर की ऐसा कहा जाता है
कि पौराणिक काल के समय कालू साईं बाबा यहां पर आए थे और भगवान शनि की उपस्थिति को जानकर उन्होंने यहां एक मठ की स्थापना की जो आज मंदिर के रूप में परिवर्तित हो गया हैं।
कालू साईं बाबा मंदिर हल्द्वानी
इस मंदिर को नैनीताल का मठ भी कहा जाता है यह मंदिर भगवान शनि और कालू साईं बाबा के लिए जाना जाता है स्थानीय देवी देवताओं के साथ-साथ यह मंदिर भगवान विष्णु और भगवान हनुमान जी को भी समर्पित है प्रत्येक दिन यहां पर भक्त हजारों की संख्या में आते रहते हैंI

और शनिवार के दिन भक्तों की संख्या अधिक होती है शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए यहां भक्त शनिवार को आकर तेल वह धूप चढ़ाते हैं कहा जाता है कि यह मंदिर अंग्रेजों के शासनकाल से अस्तित्व में है कालू साई मंदिर में काले पेड़ में शनि देव की जैसी बनीं आकृति को शनिदेव की उपमा बताते हैं।
वहां पर आए सभी भक्तों पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है आस पास का कोई भी व्यक्ति अगर कुछ नया वाहन अपने घर लाता है तो वह पहले मंदिर में जाकर बाबा के चरणों में सिर झुका कर पूजा पाठ करता है।
कौन है कालू साईं बाबा?
कालू साईं बाबा का नाम कालू उनके सावले रंग की वजह से लिया जाता है कहा जाता है कि कालू साईं बाबा शनिदेव की अवतार थे। बाबा कालु साइ को गुड बहुत पसंद था इसलिए कालू साईं मंदिर में गुड़ की भेली भी चढ़ाई जाती है।

भक्तों का मानना है कि बाबा ने कई सिद्धियां हासिल की थी और बाबा शनिदेव के अवतार थे शनि देव के अवतार होने के कारण बाबा कालु साई की भी पूजा की जाती है कालू साई आश्रम में बाबा की मूर्ति भी स्थापित है बाबा ने अपने जीवन का बहुत समय इस मठ (मंदिर ) में व्यतीत किया बाबा उस समय भी बहुत प्रसिद्ध थे हल्द्वानी में आने वाले लोग बाबा के दर्शन करने आया करते थेI और बाबा को अपनी समस्या बताते हैं
बाबा उस समस्या का समाधान करते थे। हल्द्वानी कुमाऊ का प्रवेश द्वार होने के कारण व्यापारिक गतिविधियों में आगे रहा है कोई भी व्यक्ति कुछ भी व्यापार करने से पहले बाबा के दर्शन करता है और बाबा का आशीर्वाद लेता है ऐसी मान्यता है कि बाबा के आशीर्वाद से आस–पास के सभी व्यापारी फले फूले हैंI

कैसे पहुंचे मंदिर?
कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी शहर के बीच में कालाढूंगी मोड़ में स्थित कालू शाही मंदिर हल्द्वानी शहर की भीड़ भाड़ में शहर के बीच में स्थित मंदिर हल्द्वानी से होते हुए कुमाऊं के किसी भी क्षेत्र में जाने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैI
रोजाना मंदिर में लगी भक्तों की भीड़ और बाबा की महिमा वहां आसपास से जाने वाले लोगों को वहां रुकने पर मजबूर कर देती है अगर आप भी कालू शाही बाबा के मंदिर में जाना चाहते हैं तो हल्द्वानी में आप किसी से भी पूछें तो वह आपको बता देगा मंदिर कहां हैI
हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी लगभग 4 से 5 किलोमीटर है और चालू साईं मंदिर से 2 किलोमीटर की दूरी में हल्द्वानी का बस अड्डा है और अगर आप फ्लाइट से जा रहे हैं तो निकटतम हवाई अड्डा लगभग 30 किलोमीटर की दूरी में पंतनगर में स्थित हैI
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