सरयू घाटी में हवा भी शांत होती है। 

नदी का प्रवाह मन को स्थिर कर देता है। 

यहाँ की सुबहें मन को बिल्कुल नए जैसा बना देती हैं। 

कोई शोर नहीं — सिर्फ प्रकृति की धड़कन। 

नदी का पानी जैसे चिंता को धो देता है। 

यहाँ बैठकर मन का बोझ गायब हो जाता है। 

सरयू घाटी जीवन की रफ़्तार धीमी कर देती है। 

यहाँ की शांति दवा से ज्यादा असर करती है। 

हर कोई यहाँ से हल्का होकर लौटता है। 

सरयू मन को घर जैसा लगती है।