उत्तराखंड के राज्य में स्थित ऋषिकेश पवन धर्मों की यात्रा का प्रारंभ करने का प्रवेश द्वार के साथ-साथ एक खूबसूरत पर्यटन स्थल भी हैI ऋषिकेश सिंधु ताल से 356 मीटर ऊंचाई पर यात्रा पद का सदाबहार पड़ाव है।
ऋषिकेश के पर्यटन स्थल
सुधानीरा गंगा तट के तट पर स्थित यह अत्यधिक लोकप्रिय आध्यात्मिक केंद्र अपनी देवी प्रात कालीन पूजा अर्चना तथा भक्ति भाव में डूबी शाम के लिए बहुत ही ज्यादा विख्यात जगह में से एक है। तीनों तरफ से शिवलिंग की श्रेणियां से भरा यह धर्मपुरी अपने शेशवकाल से साधु- संतों की तपस्याओं के लिए तपस्थली स्थान रहा है।

पौराणिक रूप में स्कंद पुराण के अनुसार केदार खंड के अनुसार इस नगरी का प्राचीन नाम कुब्जाभ्रा का तीर्थ था पुराणो से पता चलता है कि यहां पर ऋषि रैभ्य ने अपनी तपस्या के साथ भगवान विष्णु के दर्शन करने के लिए, आम के वृक्ष की आड़ लेकर कुब्जा का रूप धारण किया था।
भगवान विष्णु रैभ्य मुनि की साधना से प्रसन्न होकर कहा था। हे!ऋषिवर अपने इस स्थान पर अपने इंद्रियों का निग्रह करके मेरी तपस्या की है। अंत इस स्थान का नाम तदनुसार हृषिकेश होगा।हृषीक का अर्थ है विषयेद्रीयां और ईश का अर्थ है।

स्वामी- इंद्रियों का स्वामी अर्थात जितेंद्रिय होने के कारण हृषिकेश स्वयं भगवान का पयार्य है। नगर का वर्तमान का नाम ऋषिकेश हृषिकेश का ही तद्भव रूप है। यहां का सर्वाधिक प्राचीन एवं प्रसिद्ध मंदिर भारत मंदिर है। भारत भगवान विष्णु भगवान के ही स्वरूप थे इस प्रकार ऋषिकेश प्राचीन स्वरूप भारत मंदिर के प्रारंभ होकर आज आधुनिक नगर के रूप में प्रतिष्ठित हो गया है।
हिमालय क्षेत्र में तीर्थाटन पर्यटन काफी भीड़ रहती है। 90% यात्री Rishikesh से ही होकर जाते हैं। ऋषिकेश जनपद तीन जनपदों से जुड़ा हुआ है। जिसमें देहरादून, टिहरी और पौड़ी गढ़वाल की सीमाओं से जुड़ा है। गंगा के बाय तट पर स्वर्गाश्रम ,पौड़ी जनपद में तथा उत्तर-पश्चिम में मुनि- की-रेती टिहरी जनपद के अंतर्गत है।
पर्वतों के प्रदेश में यह नगर त्रिभुजाकार आकृति में अवस्थित है। गंगा और मौसमी नदी चंद्रभागा के संगम पर स्थित है। ग्रीष्मकल में मैदान जैसी गर्मी का अनुभव होता है।
देहरादून ऋषिकेश होकर आने वाली सड़क एवं रेल मार्ग तथा जौलीग्रांट हवाई अड्डा की निकटता से ऋषिकेश देश-विदेश से जुड़ा हुआ है। गढ़वाल मंडल विकास निगम, गढ़वाल मोटर्स ऑनर्स यूनाइटेड, टिहरी गढ़वाल मोटर्स ऑनर्स तथा रोडवेज चारों धामों का पैकेज यात्रा प्रबंध करते हैं।

ऋषिकेश के तीर्थन तथा पर्यटन की दृष्टि में जो सबसे महत्वपूर्ण जगह है। जहां पर आप घूम सकते हैं वह इस प्रकार है-
ऋषिकुंड एवं त्रिवेणी घाट, भारत मंदिर ,लक्ष्मण झूला, कैलाश नंदन मिशन ट्स्ट , सर्वागानिवास (लक्ष्मण झूला), रामझरोखा आश्रम ,स्वर्गाश्रम ,गीताभवन, परमार्थ निकेतन, स्वामी शिवानंद आश्रम एंव डिवाइन लाइट सोसायटी , बाबा काली कमली, पंचायती क्षेत्र, महर्षि महेश योगी भगवती ध्यान केंद्र, सत्यनारायण मंदिर, पुष्कर मंदिर, शत्रुघ्न मंदिर,मुनि की रेती, स्वामी राम आश्रम, कैलाश आश्रम,बिट्टल आश्रम, नीलकंठ महादेव आदि। में घूम सकते हैं।यह धर्म नगरी अपने पराजय परंपराओं के लिए काफी प्रसिद्ध नगरी में से एक है। भारतीय संस्कृति दर्शन की ज्योति यहां जली हुई है।
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