श्री महालक्ष्मी मंदिर आस्था का एक बहुत अच्छा उदाहरण है यहां पर भक्तों की भीड़ लगी रहती हैI माता का मंदिर बहुत सुंदर और भव्य हैI यह जितना दिन में सुंदर लगता है उससे कहीं ज्यादा रात में लगता है यह मंदिर पूरा सफेद पत्थर से बनाया गया हैI माता लक्ष्मी को धनधान्य की देवी माना जाता है उसी प्रकार उनका मंदिर भी भव्य हैI
श्री महालक्ष्मी मंदिर: अष्टादश भुजा महालक्ष्मी रूप के दर्शन
श्री महालक्ष्मी मंदिर बेरी पड़ाव जिसकी सुंदरता अतुलनीय है समय-समय पर त्योहारों में यहां पर मेलों का आयोजन किया जाता हैI इसके साथ-साथ यहां पर श्रीमद्भागवत पुराण का भी आयोजन होता रहता हैI

भक्तजन यहां पर दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैंI यहां मंदिर की भव्यता को आप यहां की फोटो से ही देख सकते हैं कि वह कितना सुंदर है लेकिन अगर सामने से आप देखेंगे तो यह और भी सुंदर दिखाई देता हैI
महालक्ष्मी मन्दिर की स्थापना तपस्वती सन्त एवं महामण्डलेश्वर श्री-श्री 1008 बालकृष्ण यति महाराज द्वारा कराई गयी थी। इसलिए इसे बालकृष्ण यतिधाम भी कहा जाता है। यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत और आध्यात्मिक साधना का केंद्र है।
मंदिर के प्रवेश द्वार में लगी एक विशाल घंटी मंदिर की सुन्दरता में चार चांद लगाती है। मंदिर सफेद रंग के तीन मुख्य गुंबद के रूप में है। मुख्य मंदिर में महालक्ष्मी की एक दिव्य प्रतिमा है। मंदिर लगभग 1000 साल पहले बनाया गया था।
मंदिर देवी महालक्ष्मी को समर्पित है। मंदिर बहुत सुंदर और अद्भुत है। कई भक्त यहां आते हैं और देवी महालक्ष्मी का आशीर्वाद लेते हैं। माता अपने भक्तो की सभी मनोकामनाएं पूरी करती है। मंदिर एक बहुत बड़ी संरचना है, जिसमें सफेद रंग के तीन मुख्य गुंबद हैं।
हालांकि अष्ट दशा भुजा लक्ष्मी मंदिर मुख्य रूप से लक्ष्मी जी का है! और यहां भगवान शिव, भगवान गणेश और भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है।
यहां मां लक्ष्मी कि खूबसूरत प्रतिमा के साथ माता के अलग अलग स्वरूपों को भी प्रदर्शित किया गया है। जिसमें कात्यानी माता, महागौरी,सिद्धिदात्रि,कालरात्रि,पुष्पमंडा,चंद्रघंटा,

ब्रमचर्णी,सेलपुत्री सभी स्वरूपों के दर्शन कर सकते है। नवरात्रि में माता के सभी रूपों के दर्शन करने के लिए यह हजारों की संख्या में भक्तों को लाइन लग जाती है ।
श्री महालक्ष्मी मंदिर बेरी पड़ाव केसे पहुंचे?
राष्टीय राजमार्ग से लगा हुआ यह मंदिर नैनीताल रोड में हल्द्वानी से 7 किलोमीटर पीछे है निकटतम रेलवे स्टेशन लाल कुआं जो कि मंदिर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी मे है।
अगर आप फ्लाइट से आने का प्लान बना रहे हैं तो उसके लिए आपको दिल्ली से पंतनगर हवाई अड्डे आना होगाI पंतनगर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर आपको मंदिर मिल जाएगाI
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