चंपावत (Champawat)

चंपावत एक खूबसूरत सा जिला हैI बहुत से यहां पर ऐसे बहुत से टूरिस्ट प्लेस है जहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है जब मैं मुख्य रूप से गोलू मंदिर, आबू माउंट, एबर्ट माउंट, चाय के बागान, एक हत्या नोला, कंटेश्वर महादेव नागनाथ, बाणासुर का किला, बालेश्वर महादेव मंदिर और घटोत्कच का मंदिर भी हैI 

 यह सब टूरिस्ट प्लेस चंपावत शहर में ही आपको देखने को मिल जाते हैं इनके अलावा भी बहुत  खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस है जो शहर से थोड़ा दूरी पर स्थित है मां पूर्णागिरि का मंदिर और रीठा साहिब इन्हीं में से हैंI

Baleshwar Mahadev

चंपावत का इतिहास

यदि हम चंपावत घूमने के लिए जा रहे हैं तो हमें थोड़ा बहुत चंपावत के बारे में जान लेना चाहिए जैसे कि चंपावत सन 1997 में एक स्वतंत्र जिले के रूप में घोषित किया गया था चंपावत को उत्तराखंड में संस्कृति और धर्म की उत्पत्ति की जगह के रूप में भी जान जाता है

यहां पर सबसे अधिक शासन कत्यूर राजाओं द्वारा किया गया था इनके द्वारा भी यहां पर बहुत से निर्माण किए गए जैसे कि बालेश्वर महादेव का मंदिर जो कि आज देश की धरोहर के नाम से संरक्षित है जिसे देखने के लिए पूरी दुनिया से पर्यटक आते हैं रिसर्च करते हैंI बताया जाता है कि इसके अलावा भी एक हत्या नोला पंचेश्वर और पूर्णागिरी मंदिर भी इन्हीं के समय में बनाया गया थाI

अब बात करें चंपावत की खूबसूरती की तो यहां पर सबसे अच्छा समय होता है मार्च अप्रैल में इस समय आपके यहां हर जगह गुलाब के फूल ही दिखाई देंगे सामान्य लोगों ने ऐसे फूल देखे भी ना हो कितने प्रकार के यहां पर गुलाब के फूल पाए जाते हैंI मई जून के महीने यहां विभिन्न प्रकार के फलों का आप आनंद ले सकते हैं जिसमें से मुख्य रूप से काफल, पालम, हिसालु इत्यादि हैI

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