औली

औली आने का सबसे अच्छा समय दिसंबर से फरवरी तथा जनवरी से मार्च दोनों का है। इस समय यहां पर बर्फ पड़ती है। यह समय स्की करने के लिए बहुत ही शानदार जगह और बहुत ही अच्छा समय है।

औली आकर्षण का केंद्र

औली भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित यह जगह खूबसूरत तथा आकर्षण का केंद्र है। यह औली बुग्याल के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि गढ़वाली भाषा में बुग्याल का अर्थ है। पार्वती मार्ग तथा घास से ढका हुआ मैदान। यह जगह खूबसूरत जगह में से एक है। इसीलिए यहां पर्यटकों की काफी भीड़ रहती है।

यह जगह 5 से 7 किलोमीटर में फैला हुआ छोटा सा स्की रिसोर्ट है। यह रिजॉर्ट 9500- 10500 फीट की ऊंचाई में बनाया गया रिजॉर्ट है। यहां बर्फ से ढकी हुई चोटिया बेहद ही खूबसूरत दिखाई पड़ती है। इनकी ऊंचाई लगभग 23000 फिट है।

यहां पर देखने के लिए देवदार के वृक्ष बहुत ज्यादा संख्या में पाए जाते हैं। चारों तरफ देवदार के वृक्ष से ढका हुआ यह जगह बेहद ही शानदार नजर आती है। यहां की महक और ताजी ठंडी हवाएं यहां के वातावरण को और भी ज्यादा खूबसूरत और ताजा बनती है।

औली की प्राकृतिक सुंदरता

औली अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण काफी मशहूर जगह में से एक है। यहां पर बर्फ की चोटियों से ढकी हुई पहाड़ियों बेहद ही सुंदर लगती है। यहां पर कपास जैसे मुलायम बर्फ देखने को मिलती है।

पर्यटक खास कर यहां बच्चों के साथ खूब खेलते हैं तथा यहां बर्फ का आनंद लेते हैं। यहां चारों तरफ देवदार के जंगलों से घिरा यह जगह भी अधिक खूबसूरत लगता है।

Auli Uttarakhand Best Time to Visit
Auli Uttarakhand Best Time to Visit

यहां यात्रा करते समय आपको गहरी ढलनों से होकर जाना पड़ता है और ऊंची चढ़ाई चढ़नी पड़ती है।यहां पैदल यात्रा के अलावा यहां पर चेयर लिफ्ट का विकल्प भी आपको दिया जाता है। यह जिंदा दिलों लोगों के लिए बेहद ही आदर्श स्थान में से एक है।

यहां पर बर्फ गाड़ी तो नहीं है लेकिन यहां पर स्कीइंग की जा सकती है। इसके अलावा यहां के सुंदर दृश्य का आनंद भी लिया जा सकता है। इसी के साथ नंदा देवी के पीछे सूर्य देखना यहां का एक बहुत ही सुख अनुभव माना जाता है।

नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान यहां से केवल 41 किलोमीटर की दूरी पर है।इसके अलावा यहां पर बर्फ गिरना ,रात में खुले आसमान को देखना बहुत ही सुंदर और मन को पसंद कर देने वाला वातावरण होता है।

शहर की भागा दौड़ी जिंदगी से दूर और एक बहुत ही बेहद यादगार जगह में से एक स्थान है।जहां पर आप अकेले समय बता सकते हैं या परिवार के साथ भी समय बता सकते हैं।

औली का शुल्क

स्की करने के लिए यहां पर 18 से ऊपर व्यक्तियों के लिए यहां का शुल्क 750 और बच्चों के लिए 250 शुल्क लिया जाता है। यह स्की सीखने के लिए केवल 125-175 रुपए लिए जाते हैं। दस्तानों के लिए 175 और चश्मे के लिए ₹100 शुल्क लिया जाता है।

7 दिन तक स्की सीखने के लिए भारतीय पर्यटकों के लिए 4,710 और विदेशी पर्यटकों के लिए 5,890 शुल्क लिया जाता है। 14 दिन तक स्की सीखने के लिए भारतीय पर्यटकों में केवल 9,440 और विदेशियों के लिए 11,800 शुल्क लिया जाता है।

औली आने की तैयारी

यहां का वातावरण बहुत ही ठंडा और विषम परिस्थितियों वाला पर्यटकों में से एक है। यहां आने से पहले आपको अपना शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है।इसके लिए आवश्यकता है कि यहां आने से पहले शारीरिक व्यायाम करें।

रोजाना दौड़ लगाए क्योंकि ऊंची पहाड़ियों में होने के कारण सांस फूल सकता है। चलने में दिक्कत हो सकती है इसलिए पहले से ही दौड़ की आदत बनाएं। ओली में बहुत ठंड पड़ती है।

यहां पर ठीक रहने और सर्दी से बचने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले गर्म कपड़े लाए तथा पहनाना भी बहुत आवश्यक है। गर्म कपड़ों में कोट, जैकेट, दस्ताने, गम पेंट , मोज़े होने आवश्यक है।

इसके अलावा अच्छे जूते होना भी बहुत जरूरी है।घूमते समय सर और कान‌ पर अच्छे तरीके से ढक ले।आंखों को बचाने के लिए चश्मा का प्रयोग कर सकते हैं। यह सामान यहां पर जी.एस.वी.एन के कार्यालय में किराए पर भी लिया जा सकता है।

जैसे-जैसे आप पहाड़ों पर चढ़ने जाते हैं। वैसे-वैसे पराबैंगनी किरणों का प्रभाव पढ़ने लग जाता है। जिसके किरणें आंखों के लिए बहुत ही हानिकारक होती है। इससे बचना बहुत ही जरूरी है।

यात्रा पर जाते समय विशेष कर बच्चों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले चश्मा का होना बहुत ही जरूरी है। यहां ठंड बहुत पड़ती है। अत्यधिक ठंड के कारण त्वचा रूखी हो जाती है। त्वचा के रुखी से बचने के लिए आप क्रीम का प्रयोग कर सकते हैं।

ठंड में ज्यादा देर रहने से शरीर में नमी उड़ जाती है और आमतौर पर निर्जलीकरण की समस्या आने लगती है।इस समस्या से बचने के लिए खूब पानी पीना चाहिए और जूस का सेवन करना चाहिए।

आप अपने साथ पानी की बोतल भी रख सकते हैं। बर्फ में काफी हानिकारक कीटाणु पाए जाते हैं। जिससे शरीर और स्वस्थ दोनों खराब हो सकता है इसलिए बर्फ को खाने का प्रयास न करें।

औली में खाने पीने की व्यवस्था

ओली नंदा देवी के बहुत ही करीब का स्थान है। यहां पर अस्थाई ढाबों और कूड़ा बिखरने पर प्रतिबंध किया जाता है।यहां पर मांसाहारी खाना केवल एक ही होटल में उपलब्ध है और वह होटल ऊंची चोटी पर है।

यहां पर कोई शराब खाना भी नहीं है। जहां पर आप शराब पी सके। जिन पर्यटकों को शराब पीने की आदत है।उन्हें अपनी बोतल खुद लानी पड़ती हैं।

Auli Uttarakhand Best Time to Visit
Auli Uttarakhand Best Time to Visit

लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी तीर्थ स्थान पर शराब का सेवन न करें। तीर्थ यात्रियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस ना पहुंचाएं। आसपास में खाने की काफी अच्छी व्यवस्था है।आप अपने घर से भी ऐसे व्यंजन बनाकर ला सकते हैं। जो एक हफ्ते तक चल जाए‌। यह आपकी सुविधा के लिए अच्छा रहेगा।

औली में रुकने का सही स्थान

औली में रुकने के लिए क्लिप टॉप रिजॉर्ट सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। यहां से नंदा देवी,त्रिशूल पर्वत, दूनागिरी, बैठातोली, कमते, और नीलकंठ का बहुत ही सुंदर दृश्य यहां से दिखाई पड़ता है। इसी रिसोर्ट में 46 कमरे है। यह स्की क्षेत्र की ढलान पर ,टावर नंबर 8 के नीचे स्थित है।

यहां आपको खाने पीने की भी बहुत ही शानदार और अच्छी सुविधा उपलब्ध है।यह जगह चारों तरफ बर्फ से गिरी हुई जगह है। जोशी नाथ से जी.एस.बी.एन तक केवल कार की अच्छी सुविधा है। अगर कार से यात्रा करनी हो तो कार को बहुत ही सावधानी पूर्वक चलाए।

स्की के शौकीन लोगों के लिए यह स्थान स्वर्ग के समान है। जो पर्यटक स्की नहीं करना चाहते हैं। वह यहां जल्दी थक जाते हैं। वह भी ओली की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। समय बिताने के लिए यह बहुत ही अच्छी जगह है। साथ ही साथ आप किताबें भी ला सकती हैं।

जिससे सुंदर पहाड़ियों के बीच बैठकर आप पुस्तकों का आनंद भी ले सकते हैं। फोटो खींचने के लिए तथा वीडियो बनाने के लिए यह बहुत ही शानदार जगह में से एक है। यहां एक रिसॉर्ट और भी है। जो स्कीइंग के अलावा रॉक क्लाइंबिंग , फॉरेस्ट कैंपिंग और घोड़े की सवारी जैसी व्यवस्थाएं कराता है।

इस सबके लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं। उनकी काफी फीस होती है। इसके अलावा इसमें एक रेस्टोरेंट और भी है। जो पर्यटक ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना चाहते हैं।ओली में उनके लिए जी.एस.वी.एन स्किंग और टूरिस्ट रिजॉर्ट सबसे अच्छा बेहतरीन विकल्प है।

यह 9,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां ठहरने का सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि यहां से बर्फ की सुंदर चोटियों का नजारा बेहद खूबसूरत दिखाई पड़ता है। यह मुख्य सड़क के मार्ग के बिल्कुल पास है।इस रिसोर्ट में लकड़ी की बनी 16 झोपड़ियां देखने को मिलेगी।

सोने के लिए 42 बेड है। स्की करने के लिए की व्यवस्था वार्ता अनुकूलित और गर्म पानी की सुविधा है।यहां भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस की स्की स्कूल भी है। पर्यटकों के लिए स्कूल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। इसके अलावा यहां पर जंगलों में भी घूम जा सकता है।

इन जंगलों में खूबसूरत बालतू और कोनिफर के वृक्ष पाए जाते हैं। यहां पर जब बर्फ पड़ती है। तो यहां बहुत से पर्यटक आते है। यहां बड़ी संख्या में होटल भर जाते हैं।इस स्थिति में जोशीमठ में रुकना बेहद ही अच्छा विकल्प माना जाता है। जोशीमठ में कई प्रकार के अच्छे होटल उपलब्ध है।

Auli Uttarakhand Best Time to Visit
Auli Uttarakhand Best Time to Visit

FAQs

delhi to auli distance?

दिल्ली से औली : 493 किमी

dehradun to auli distance?

देहरादून से औली: 307 किमी

rishikesh to auli distance?

ऋषिकेश से औली: 270 किमी

kanpur to auli distance?

कानपुर से औली: 679 किमी

ghaziabad to auli distance?

गाजियाबाद से औली: 477 किमी

noida to auli distance?

नोएडा से औली: 498 किमी

gurgaon to auli distance?

गुड़गांव से औली: 529 किमी

modinagar to auli distance?

मोदीनगर से औली : 450km

haridwar to auli distance?

हरिद्वार से औली: 293 किमी

srinagar to auli distance?

श्रीनगर से औली: 160 किमी

bareilly to auli distance?

बरेली से औली: 409 किमी

meerut to auli distance?

मेरठ से औली: 428 किमी

chandigarh to auli distance?

चंडीगढ़ से औली: 469 किमी

lucknow to auli distance?

लखनऊ से औली: 657 किमी

chopta to auli distance?

चोपता से औली: 100 किमी

shimla to auli distance

शिमला से औली: 530 किमी

joshimath to auli distance?

जोशीमठ से औली : 14 किमी

badrinath to auli distance?

बद्रीनाथ से औली: 60 किमी

nainital to auli distance?

नैनीताल से औली: 287 किमी

rudraprayag to auli distance?

रुद्रप्रयाग से औली : 131 किमी

Latest Article:

Leave a Comment

घुघुती त्यौहार क्यों मनाया जाता हैं ? स्वर्ग का अनुभव होता है स्वर्ग पूरी पांडव खोली में नैनीताल आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी काफल खाने के लिए इससे अच्छा समय नहीं मिलेगा काफल ने एक बार फिर से मार्केट में मचाई थी