नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। इस उद्यान का स्थापना 1982 में हुई थी। जो की चमोली गढ़वाल में नंदा देवी शिखर के आसपास स्थित है। यह पार्क समुद्र तल से 3500 मीटर अर्थात 11500 फीट ऊंचा में स्थित है।
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की विशेषता
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान 1988 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया था। बाद में इसका विस्तार किया गया और 2005 में इसका नाम बदलकर नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया। राष्ट्रीय उद्यान के भीतर नंदा देवी अभयारण्य स्थित है। यह उद्यान 6000 मीटर अर्थात 19700 फीट और 7500 मी अर्थात 24600 फीट ऊंची चोटी की एक संख्या से घिरा हुआ है।

यह फूलों की घाटी राष्ट्रीय से गिरा हुआ है। नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर का माना जाता है। इस पार्क की 1982 में अधिसूचना द्वारा उद्यान की स्थापना संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के तौर पर की गई थी। लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान रख दिया गया। इस उद्यान में 17 दुर्लभ प्रजाति समिति फूलों की कुल 312 प्रजातियां हैं।

नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान का पता लगाने का पहला रिकॉर्डड प्रयास 1883 में डब्ल्यूडब्ल्यू ग्राम के द्वारा किया गया। वह केवल ऋषि गंगा तक आगे बढ़ सके थे। 1870 लॉन्गस्टॉफ 1926 ,1927 और 1932 हयू रटलेज खोजकर्ताओं द्वारा किया गया। इस उद्यान में लगभग 312 फूलों के प्रजाति मिलती है।जिसमें 17 दुर्लभ प्रजातियां शामिल है। यहां पर पाए जाने वाले देवदार ,सन्नी, जुनिपर मुख्य वनस्पतियां है।
यहां पर ब्रह्म कमल और नीली पहाड़ी बकरी जैसे वनस्पति और जीव जंतु से भरा यहां का सुंदर वातावरण प्राकृतिक देखने लायक है।जो की बेहद ही प्रसिद्ध है।पर्यटकों की बहुत ही ज्यादा भीड़ उमराती है। सर एडमंड हिलेरी ने अपनी आत्मकथा में इसकी व्याख्या इस प्रकार की है नंदा देवी अभ्यारण भारत को साहसिक कार्यों के लिए ईश्वर द्वारा उपहार स्वरूप दिया गया स्थान है।

वन में देखने के लिए अलग-अलग प्रकार के जानवर भी मिल जाएंगे। जिसमें कस्तूरी मृग ,हिमालय तेंदू, मांसाहारी जीवों में हिम तेंदुआ शामिल है।
यहां पर आप छुट्टियों का आनंद उठाने के लिए आ सकते हैं। फूलों से लदा यह पार्क तथा अलग-अलग प्रकार के वनस्पतियों से भरा यह उद्यान बहुत ही सुंदर और प्राकृतिक को अपनी तरफ खींची हुई है।यहां पर्यटको की भी काफी भीड़ लगती है।
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