केदारनाथ की उत्पत्ति (Kedarnath ki Kahani)

Kedarnath

केदारनाथ मंदिर पंच केदार का सबसे प्रमुख धाम है हिंदुओं की आस्था का एक  प्रमुख मंदिर है जो कि भगवान शिव को समर्पित हैI यह देव भूमि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हैI केदारनाथ मंदिर वर्ष में केवल 6 महीने खुला रहता है इस क्षेत्र में बहुत अधिक बर्फ पड़ने के कारण इसे  6 महीने … Read more

पाताल भुवनेश्वर (Patal Bhuvaneshwar)

Patal Bhuvaneshwar

पाताल भुवनेश्वर एक अकेला ही है जहां पर आपको चारों धामों  के दर्शन एक साथ होते हैं यह पिथौरागढ़ उत्तराखंड का एकमात्र  ऐसी गुफा है जो पूरे विश्व में यहीं पर है इसके अलावा ऐसी कोई भी गुफा और आपको देखने के लिए नहीं  मिलेगीI पाताल भुवनेश्वर का रहस्य पाताल भुवनेश्वर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ डिस्ट्रिक्ट … Read more

छिपला केदार मंदिर (Chipla Kedar Mandir)

छिपला केदार

छिपला केदार उत्तराखंड का एक ऐसा मंदिर है जहां जाने के लिए आपके अंदर साहस होना चाहिए यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें एडवेंचर्स पसंद है या फिर ट्रैकिंग क्या  शौकीन है तो यकीन मानिए यह मंदिर आपके लिए बहुत ही खास है जो एडवेंचरस से भरा हुआ हैI  छिपला केदार की कहानी वैसे तो उत्तरांचल … Read more

नानतिन बाबा आश्रम (Nantin Baba Ashram)

नानतिन बाबा आश्रम

नानतिन बाबा आश्रम काफी शांतिपूर्ण आश्रमों में से एक है। जो कि काफी प्रसिद्ध है। यह आश्रम भीमताल से थोड़ी आगे श्यामखेत में स्थित है। यहां पर लोगों की मुरादे भी पूरी होती है तथा यहां लोगों की परेशानी को भी महाराज जी दूर करते हैं। नानतिन बाबा आश्रम श्यामखेत भीमताल यह बहुत ही प्रसिद्ध … Read more

स्वर्गपूरी पांडव खोली (Swargpuri Pandavkholi)

स्वर्गपूरी पांडव खोली

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के एक प्रसिद्ध शहर द्वाराहाट से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक खूबसूरत सा मंदिर स्वर्गपूरी पांडव खोली हैI स्वर्गपूरी पांडव खोली महाभारत काल से जुड़े हुए पांडव का प्रसिद्ध मंदिर हैI जहां ऐसे बहुत से रहते हैं जिनके बारे में हम आगे जानेंगे I स्वर्गपूरी पांडव खोली से जुड़ी … Read more

छोटा कैलाश नैनीताल (Chota Kailash Temple)

छोटा कैलाश नैनीताल

छोटा कैलाश के बारे में ऐसी मान्यता है कि सतयुग में हिमालय भ्रमण के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती यहां पर आए थे और उन्होंने इस पर्वत की चोटी पर विश्राम किया था विश्राम करने के साथ-साथ महादेव ने यहां पर धूनी रमई थी महादेव के यहां पर धूनी रमाने के कारण यहां पर … Read more

दूनागिरी मंदिर (Dunagiri Mata Mandir)

दूनागिरी मंदिर

देवभूमि उत्तराखंड में बहुत से पौराणिक और सिद्ध शक्तिपीठ है उन्ही शक्तिपीठ में से एक शक्तिपीठ दूनागिरी वैष्णवी मंदिर है। जम्मू में स्थित वैष्णो देवी के बाद उत्तराखंड में दूनागिरी वैष्णो देवी का दूसरा शक्तिपीठ है जो की उत्तराखंड मे अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से लगभग 15 किलोमिटर की दूरी में स्थित है जो की … Read more

गायत्री शक्तिपीठ हल्दुचौर (Gayatri Shakti Peeth)

गायत्री शक्तिपीठ हल्दुचौर

मां गायत्री को समर्पित यह शक्तिपीठ हजारों भक्तों की धार्मिक आस्था का केंद्र है जहां के कण-कण में देवी-देवताओं का वास है उस देवभूमि उत्तराखंड में कुमाऊ के प्रवेश द्वार हल्दुचौर मैं स्थित गायत्री शक्तिपीठ की यह शाखा गायत्री परिवार के मुख्य केंद्र के रूप में हर व्यक्ति की आस्था वह भक्ति को संजोगे हुए … Read more

गुरना माता मंदिर (Gurna Mata Mandir Pithoragarh)

गुरना माता मंदिर

गुरना माता मंदिर पिथौरागढ़-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरना गांव में स्थित है। माता का वास्तविक नाम पाषाण देवी है गुरना गांव के निकट स्थित होने के कारण इसे गुरना माता का मंदिर कहा जाता है गुरना माता मंदिर आस-पास के गांव के लोगों के लिए आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ वहां से सफर करने … Read more

कालू साईं बाबा मंदिर (Kalu Shahi Baba Mandir Haldwani)

Kalu Shahi Baba Mandir Haldwani

हल्द्वानी शहर अपने प्राचीन इतिहास पौराणिक महत्व और कुछ ऐतिहासिक मंदिरों के लिए जाना जाता है। आज हम बात कर रहे हैंI हल्द्वानी की रक्षा करने वाले कालाढूंगी चौराहे पर स्थित पौराणिक मंदिर कालू साईं बाबा मंदिर की ऐसा कहा जाता है कि पौराणिक काल के समय कालू साईं बाबा यहां पर आए थे और … Read more