नैनी झील नैनीताल का सबसे मुख्य आकर्षण है जिसके कारण पर्यटक यहां देश विदेश से आते हैंI यह उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल का एक मुख्य पर्यटक स्थलों में से एक हैI इसे हम नैनी झील के नाम से भी जानते हैंI
नैनी झील नैनीताल
नैनी झील नैनीताल के सेंटर में है जिसके चारों तरफ पहाड़ हैंI यह खूबसूरत नजारा देखने में काफी अच्छा लगता है क्योंकि यहां के पानी में चारों तरफ के पहाड़ों की प्रतिमाएं नजर आती हैं जो इसे और भी खूबसूरत बना देती हैI पर्यटक अक्सर यहां पर रात को रहना पसंद करते हैं क्योंकि जब चारों तरफ लाइटें जगमगाती हैI तो यहां का नजारा कुछ और ही होता हैI

सुबह और शाम के टाइम पर सूर्योदय और सूर्यास्त देखना अपने में एक खूबसूरत अनुभूति होती है और जब आप यहां होकर यह सब देखते हैं तो यह एक बहुत ही खूबसूरत बन जाता हैI नैनी झील से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं हैI इन कथाओं के अनुसार जब ऋषि-मुनियों को नैनीताल में पानी का कोई भी स्रोत नहीं मिला तो उन्होंने एक गड्ढा खोदकर उसमें मानसरोवर झील का पानी डाल दिया जिस कारण यहां एक विशाल झील में परिवर्तित हो गयाI
यही कारण है कि पर्यटक दूर-दूर से यहां पर आकर समय व्यतीत करते हैं और यहां पर नैनी झील में डुबकी लगाते हैंI कथाओं के अनुसार यहां डुबकी लगाने पर उतना ही पुण्य प्राप्त होता है जितना कि मानसरोवर झील मेंI नैनी झील की लंबाई लगभग 1432 मीटर है और यह 457 मीटर चौड़ा हैI
और अगर गहराई की बात करें तो यहां लगभग 27 मीटर गहरी हैI आप यहां पर झील की उत्तर दिशा की तरफ एक विशाल मंदिर देखते हैं जिसे नैना देवी के नाम से जाना जाता है यह नैनीताल का सबसे फेमस मंदिर हैI इसके अलावा यहां पर आप नैनीताल का चिड़ियाघर भी देख सकते हैं जो बहुत फेमस हैI
अगर आप पूरा नैनीताल डिस्ट्रिक्ट घूमना चाहते हैं तो यहां पर घूमने व देखने के लिए आपके लिए बहुत कुछ हैI नैनी झील मैं पर्यटक परिवार के साथ आते हैं और अपना पूरा दिन वोटिंग करते हुए बिताते हैंI नैनी झील मैं बहुत सारी ऐसी मछलियां हैं जिन्हें देखकर आप आनंदित हो जाएंगेI

नैनी झील नाम कैसे पड़ा
नैनी झील के नामों की बात करें तो इसे नैनी झील के नाम से भी जानते हैं और इसके अलावा यह तीन महान ऋषि मुनियों के द्वारा उत्पन्न की गई झील है जिस कारण इसका नाम त्रिऋषि सरोवर भी हैI
जिन ऋषि-मुनियों की देन नैनी झील है उनका नाम ऋषि अत्रि, पुस्त्य और ऋषि पुलह हैI इन्होंने यहां पर 3 झीलो को उत्पन्न किया थाI उन तीनों झीलों को ही हम त्रिऋषि सरोवर के नाम से जानते हैंI इसके अलावा 2 झीलें खुरपाताल और चाफी का मालवाताल हैI

नैनीताल का टेंपरेचर
वैसे तो नैनीताल का टेंपरेचर अच्छा है यहां पर हम पूरे साल का टेंपरेचर आपको बताते हैंI यह मात्र एक एवरेज टेंपरेचर है जो एक्चुअल टेंपरेचर होगा बहुत थोड़ा ऊपर नीचे हो सकता हैI इसके बाद आपको डिसाइड करना है कि आप यहां पर कब आना चाहेंI
- जनवरी : 16 से 5 डिग्री सेंटीग्रेड
- फरवरी : 19 से 7 डिग्री सेंटीग्रेड
- मार्च : 24 से 11 डिग्री सेंटीग्रेड
- अप्रैल : 29 से 15 डिग्री सेंटीग्रेड
- मई : 32 से 19 डिग्री सेंटीग्रेड
- जून : 31 से 21 डिग्री सेंटीग्रेड
- जुलाई : 27 से 21 डिग्री सेंटीग्रेड
- अगस्त : 26 से 20 डिग्री सेंटीग्रेड
- सितंबर : 26 से 18 डिग्री सेंटीग्रेड
- अक्टूबर : 25 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड
- नवंबर : 22 से 10 डिग्री सेंटीग्रेड
- दिसंबर : 19 से 6 डिग्री सेंटीग्रेड
दिल्ली से नैनीताल की दूरी
दिल्ली से नैनीताल की दूरी लगभग 330 किलोमीटर की है यह हम इसलिए बता रहे हैं क्योंकि अधिकतर पर्यटक दिल्ली होते हुए ही नैनीताल आते हैंI नैनीताल आने के लिए आप दिल्ली से डायरेक्ट फ्लाइट से पंतनगर आ सकते हैं यहां से आगे आपको नैनीताल केवल 69 किलोमीटर हैI
पंतनगर एयरपोर्ट में ही आपको टैक्सी मिल जाती है जो आपको सीधा नैनीताल लेकर जाती हैI और यदि आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो आप का सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन काठगोदाम पड़ता हैI यहां से नैनीताल की दूरी मात्र 35 किलोमीटर की हैI यहां से आप बस में भी सफर कर सकते हैं जो सीधा आपको 1 घंटे में नैनीताल पहुंचा देगीI

यदि आप अप्रैल से जून माह तक आ नैनीताल आ रहे हैं तो इस समय आपको यहां का प्रसिद्ध फल काफल यहां की लोकल बाजार में आसानी से मिल जाएगाI जिसे खाकर आप आनंद उठा सकते हैंI इसके अलावा यहां की फेमस मिठाईयां ले जाना ना भूलें जिसमें सिंगोड़ी और बाल मिठाई शामिल हैI
आपको नैनी झील देखने के लिए अवश्य आना चाहिएI नैनीताल में घूमने के लिए नैनी झील एक बहुत अच्छा पर्यटक ऑप्शन है यहां पर आप अपने परिवार के साथ एक विशेष पल का आनंद उठा सकते हैंI यहां का वातावरण आपको और आपके परिवार को आनंदित कर देगाI
FAQs:
नैनीताल झील क्यों प्रसिद्ध है?
नैनीताल झील इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहां चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरी हुई हैI और यहां पर विभिन्न प्रकार के जल क्रीड़ा पर्यटक कर सकते हैं इसके अलावा यहां पर वोटिंग के भी अपने अलग ही मजे हैंI
नैनीताल के लिए 2 दिन काफी है?
वैसे तो नैनीताल में घूमने के लिए बहुत कुछ है जो कि शायद आप 1 सप्ताह लगा कर भी ना देख पाए लेकिन अगर आप केवल नैनीताल में घूमना चाहते हैं तो 2 दिन आपके लिए ठीक रहेंगे इन 2 दिनों में आप Nainital Lake के अलावा चिड़ियाघर और नैना देवी मंदिर और नैनीताल का मेन मार्केट घूम सकते हैंI
नैनीताल के लिए कौन सा महीना सबसे अच्छा है?
आप यहां पर मार्च से मई तक आ सकते हैंI लेकिन अगर आपको बर्फीले पहाड़ देखने हो तो आपको नवंबर से जनवरी के बीच आना चाहिएI अक्सर विवाहित जोड़े हनीमून मनाने के लिए इसी समय का चुनाव करते हैंI
यह भी पढ़ें:-
- कोट भ्रामरी मंदिर
- चंडिका मंदिर बागेश्वर
- बागनाथ मंदिर बागेश्वर
- कोसानी
- एक हथिया नौला चंपावत
- एबट माउंट
- श्री रीठा साहिब गुरुद्वारा
- बालेश्वर महादेव मंदिर
- चंपावत
- चमोली में खाई में गिरी कार, तीन लोगों की मौत, मृतकों की पहचान बद्री प्रसाद…
- उत्तराखंड के आठ जिमनास्ट पहली बार यूपी में दिखाएंगे अपना जलवा, 20 से होगा आयोजन…
- फूलदेई त्यौहार