स्वाल उत्तराखंड में तथा पर्वतीय क्षेत्र में बनने वाला यह विशिष्ट प्रकार का व्यंजन है। जो की बहुत ही स्वादिष्ट होता है तथा यह सब कार्यों में त्योहारों में बनाया जाता है।
स्वाल बनाने की विधि

यह नमकीन पुरिया की तरह बनाए जाने वाला विशिष्ट प्रकार का व्यंजन है। स्वाले सादे (मीठे) तथा गहत ,मसूर अथवा तोर की पीसी दाल भरकर भी बनाए जाते हैं। बनाने के लिए जिन सामग्री का प्रयोग होता है।
- तोर की दाल
- गेहूं का आटा
- अदरक
- हरी मिर्च
- हरा धनिया
- मिर्च पाउडर
- नमक
- गरम मसाले
- रिफाइंड या तेल

सबसे पहले दाल को उबाल लेना है।गेहूं के आटे का सामान्य आटे जैसा घुथना है। जिस प्रकार पूरी या रोटी के लिए गूथा जाता है। इसके बाद अदरक ,हरी मिर्च, धनिया के पत्ते बारीक काट लेने है। उबलते दाल को पीसकर आटे के अतिरिक्त सभी चीजों को मिला देना है।
इसके बाद आते को गोल-गोल गोलियां बनाकर इसमें पूरी की तरह बेलन है तथा उसके अंदर डाल का पेस्ट भर देना है। जब उन्हें उसे पूरी की की तरह बेल देना है। गरम तेल की कढ़ाई में इसे अच्छे से सीखना है।जब तक यह हल्के भरे रंग का ना हो जाए। आपका स्वाला तैयार है I
