Kandali ka Saag: (bichhu ghas)सिसुण या कण्डाली

Kandali ka Saag खाकर आज आप सभी सब्जियों को भूल जाने वाले हैं वैसे हरे पत्ते की सब्जियां तो सभी ने खाई है। हरे पत्ते की अलग-अलग प्रकार की सब्जियां होती हैं। जो की बनाने में आसान भी होती है और जल्द भी बन जाती है। लेकिन यह भारी पत्तों की सब्जी और हरी सब्जियों की तुलना में बहुत अलग  है।Famous Food of Uttarakhand: पल्यो या छछिंड़ा

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Kandali ka Saag (Nettle Leaf ka Saag)

कांडली विशेष प्रकार का एक ऐसा प्राकृतिक पौधा हैI  जिसे हम कई प्रकार के नामों से जानते हैं इसे पहाड़ी भाषा में सिसुण या कण्डाली  के साथ-साथ बिच्छू घास भी कहते हैं इसके पत्तों को Nettle Leaf के नाम से भी जाना जाता हैI

Nettle Leaf छूने पर हाथों में खुजली हो जाती है। जिसे रोकना बहुत ही मुश्किल हो जाता है‌ पर इसकी सब्जी बहुत ही स्वादिष्ट बनती है।जो की गले में चुभती भी नहीं है और इसे बहुत ही शानदार तरीके से बनाया जाता है।

Kandali ka Saag
Kandali ka Saag

इसका स्वाद भी बहुत अलग और स्वादिष्ट होता है। इसके लिए आपको चाहिए। कांडली के पत्ते, जाकिया,तेल ,नमक, मिर्चI कांडली के कोमल पत्तों को दराती या चाकू की सहायता से काटना है।इन पत्तियों को पानी में उबालना है।इन पत्तियों को जब तक उबालना है।जब तक यह अपना रस ना छोड़ दें। इस प्रकार प्लंप बनाएं। इसके बाद पत्तो को पानी को निचोड़ दे।

ऐसे करने से कांणाली में कांटे नहीं रहती हैं‌ और यह हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं होता है।  इसके कांटे भी नहीं छुभते हैं। इसका अमल रस निकाल जाता है। यदि आप अपना उत्तराखंड का कोई भी टूर बुक करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करके बुक कर सकते हैंI

Kandali ka Saag
Kandali ka Saag

इसके बाद आप कढ़ाई में घी या तेल गर्म करें। इसमें झकिया डालें।इसके स्थान पर आप जीरा भी डाल सकते हैं। पत्तियों को अच्छे से घी में पकाएं स्वाद अनुसार नमक, मिर्च डालें तथा इसको मंदी आग में अच्छे से पकाएं।सब्जी पक जाने के बाद आप इसे भात के साथ खा सकते हैं‌।अगर आप चाहे तो इसमें थोड़ा पानी डालकर इसे रसीले भी बना सकते हैं।

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